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Saturday, November 23, 2019

पुलिस विभाग, उ. प्र. द्वारा स्थापित "1857 की जनक्रांति के जनक धन सिंह कोतवाल" का स्मारक एवं शिलालेख


1857 की क्रांति के जनक अमर शहीद धन सिंह कोतवाल की प्रतिमा का अनावरण श्री ओ. पी. सिंह, पुलिस महानिदेशक, उ. प्र., महोदय द्वारा दिनांक 3 जुलाई 2018 को थाना सदर बाज़ार जनपद मेरठ में किया गया| इस अवसर पर अमर शहीद धन सिंह कोतवाल की याद में एक शिलालेख भी अधिष्ठापित किया गया| श्री राजेश पाण्डेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मेरठ ने यह शिलालेख शहीद धन सिंह कोतवाल की याद में सादर समर्पित किया हैं| डॉ. सुशील भाटी, असि. प्रोफेसर, इतिहास ने अमर शहीद धन सिंह कोतवाल के इतिहास को समर्पित इस शिलालेख का आलेख लिखा हैं| इस अवसर पर पुलिस विभाग द्वारा शहीद धन सिंह कोतवाल की स्मृति में एक स्मारिका का प्रकाशन भी किया गया| समारोह में, श्री ओ. पी. सिंह, पुलिस महानिदेशक, उ. प्र., महोदय ने अपने संबोधन में कहा कि शहीद धन सिंह कोतवाल के विषय पुलिस ट्रेनिंग कोर्स में पढाया जायेगा, जिसके पाठ्क्रम को तैयार करने का जिम्मा उन्होंने डॉ सुशील भाटी और श्री राजेश पाण्डेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मेरठ को सौपा| 


शहीद धन सिंह कोतवाल की प्रतिमा और शिलालेख 

अमर शहीद धन सिंह कोतवाल की याद में सादर समर्पित शिलालेख का आलेख निम्नवत हैं-
 

1857 की जनक्रांति के जनक धन सिंह कोतवाल

मेरठ सदर बाज़ार कोतवाली में तैनात, ग्राम पांचली निवासी, कोतवाल धन सिंह गुर्जर ने 10 मई 1857 के दिन इतिहास प्रसिद्ध ब्रिटिश विरोधी जनक्रांति के विस्फोट में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। एक पूर्व योज़ना के तहत, विद्रोही सैनिकों तथा
धन सिंह कोतवाल सहित पुलिस फोर्स ने अंग्रेजों के विरूद्ध साझा मोर्चा गठित कर क्रान्तिकारी घटनाओं को अंजाम दिया था। शाम 5 से 6 बजे के बीच, सदर बाज़ार की सशस्त्र भीड़ और सैनिकों ने सभी स्थानों पर एक साथ विद्रोह कर दिया| धन सिंह कोतवाल द्वारा निर्देशित पुलिस के नेतृत्व में क्रान्तिकारी भीड़ ने ‘मारो फिरंगी’ का घोष कर सदर बाजार और कैंट क्षेत्र में अंग्रेजो का कत्लेआम कर दिया| धन सिंह कोतवाल के आह्वान पर उनके अपने गाँव पांचली सहित घाट, नंगला, गगोल नूरनगर, लिसाड़ी, चुडियाला, डीलना आदि गाँवो के हजारों लोग सदर कोतवाली क्षेत्र में जमा हो गए| प्रचलित मान्यता के अनुसार इन लोगो ने, धन सिंह कोतवाल के नेतृत्व में, रात दो बजे नई जेल जेल तोड़कर 839 कैदियों को छुड़ा लिया और जेल में आग लगा दी।

4 जुलाई 1857 को, बदले की भावना से ग्रस्त अंग्रेजी ‘खाकी रिसाले’ ने धन सिंह कोतवाल के गाँव पांचली को तोपो से उड़ा दिया। लगभग 400 लोग मारे गए, 40 को फाँसी दे दी गई| - डॉ सुशील भाटी 

            शिलालेख शहीद धन सिंह कोतवाल की याद में सादर समर्पित
तिथि:- 3 जुलाई सन 2018            श्री राजेश पाण्डेय (आई. पी. एस.)
      विक्रम संवत 2075, पंचमी         वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मेरठ   
शिलालेख -1857 की जनक्रांति के जनक धन सिंह कोतवाल का इतिहास 



उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया श्री ओ. पी. सिंह, पुलिस महानिदेशक महोदय तथा श्री राजेश पाण्डेय, तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मेरठ के इस प्रशंशनीय प्रयास से 1857 की जनक्रांति के जनक धन सिंह कोतवाल को उचित सम्मान प्राप्त हुआ हैं| यह बात अत्यंत महत्वपूर्ण हैं कि अमर शहीद धन सिंह कोतवाल की प्रतिमा और उनके इतिहास का वर्णन करने वाला शिलालेख उस सदर कोतवाली प्रांगण में लगाया गया हैं, जहाँ से उन्होंने 10 मई 1857 को भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का आगाज़ किया था| 1857 की जनक्रांति की शुरुआत मेरठ से हुई थी , इस तथ्य ने मेरठ को सदैव एक सम्मान दिया हैं, यह बात मेरठ की पहचान की भी हैंसदर कोतवाली प्रांगण में स्थापित इस प्रतिमा और शिलालेख ने 1857 की जनक्रांति से जुडी मेरठ की ऐतिहासिक पहचान को और अधिक पुख्ता किया हैं, जिसके लिए समाज और देश विशेषकर मेरठ के लोग उपरोक्त महानुभावो के ऋणी रहेंगे|


बाए से दाये- डॉ सुशील भाटी एवं  श्री राजेश पाण्डेय, आई. पी. एस.
महत्वपूर्ण लिंक -
https://www.jagran.com/uttar-pradesh/meerut-city-story-of-valour-the-dhan-singh-18155891.html

http://pratapraogurjar.blogspot.com/2018/10/police-smarika-dhan-singh-kotwal.html

https://www.livehindustan.com/uttar-pradesh/meerut/story-dgp-unveils-statue-of-dhan-singh-kotwal-2048074.html

https://www.amarujala.com/uttar-pradesh/meerut/dgp-op-singh-said-need-to-remember-history-again

https://www.inextlive.com/police-personnel-in-training-will-learn-martyr-kotwal-dhansingh-190497

https://www.livehindustan.com/uttar-pradesh/meerut/story-dhan-singh-kotwal-1949387.html

https://www.patrika.com/meerut-news/dgp-op-singh-unveiled-statue-dhan-singh-kotwal-in-meerut-1-3049505/

https://m.dailyhunt.in/news/nepal/hindi/uttar+pradesh-epaper-uttar/dijipi+opi+sinh+bole+itihas+ko+dobara+se+jinda+karane+ki+jarurat-newsid-91530714

http://www.nationaljanmat.com/1857-kranti-dhan-singh-kotwal-sushil-bhati/



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